बदल जाएगा विश्वविख्यात कॉर्बेट नेशनल पार्क का नाम जहां बसती है जिम कॉर्बेट की आत्मा उस जंगल से छिन रहा है कॉर्बेट का नाम
जी हां अटकलों का बाजार गर्म है, जल्द ही विश्वविख्यात कॉबेर्ट नेशनल पार्क का नाम बदलने जा रहा है। मशहूर शिकारी से संरक्षणवादी बने जिम कॉर्बेट के नाम पर रामनगर स्थित राष्ट्रीय उद्यान का नाम जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क रखा गया था जिसे अब बदलने की तैयारी है। बताया जा रहा है इस संबंध में जल्द ही केन्द्र सरकार एक अधिसूचना जारी करेगी जिसमें कॉर्बेट नेशनल पार्क के स्थान पर अब इस नेशनल पार्क का नाम रामगंगा नेशनल पार्क होगा। बीते दिनों कॉर्बेट नेशनल पार्क के दौरे पर आये केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे इस बात के संकेत दे गये हैं कि जल्द ही कॉर्बेट नेशनल पार्क का नाम बदल दिया जाएगा। आपको बता दें कि 1936 में इस उद्यान का नाम हेली नेशनल पार्क था आजादी के बाद इस पार्क के बीचों बीच बहने वाली रामगंगा के नाम पर इसका नाम रामगंगा नेशनल पार्क रखा गया। प्रसिद्व शिकारी जिम कॉर्बेट की मौत के बाद साल 1957 में इसका नाम जिम कार्बेट नेशनल पार्क रखा गया।
जिम कॉर्बेट एक शिकारी रहे उनका जन्म भारत में हुआ यहीं पले बढ़े और अंतिम समय में वे केन्या चले गये। वहीं उनकी मौत हुई। लेकिन अपने पूरे जीवन में उन्होंने कुमाउं और गढ़वाल के जंगलों में आदमखोर बाघों, गुल्दारों का शिकार कर लोगों को राहत पहुंचाई थी। बाद में उन्होंने शिकार करना छोड़ दिया वे वनों और वन्य जीवों के संरक्षण का काम करने लगे। उन्होंने कुमाउं गढ़वाल के सामाजिक तानेबाने और वन्य संपदा पर कई महत्वपूर्ण किताबें भी लिखी हैं। अब सवाल यह है कि जिस जिम कॉर्बेट ने भारत और भारतीयों के प्रति अगाद प्रेम में माई इंडिया जैसी किताब लिखो हो उसके नाम हटाने से भला क्या लाभ?